बहुजन चिंतक सूरज कुमार बौद्ध ने राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी पर कविता लिखकर किया हमला , चलो गले लपेटा जाए

   भीम आर्मी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता और बहुजन समाज के चिंतक सुरज कुमार बौद्ध ने नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के गले मिलने वाले फोटो पर व्यंग करते हुए एक कविता लिख डाली जो लोगो को काफ़ी पसंद आ रहा है।
  मामला कुछ दिन पूर्व से चर्चा में है जबसे राहुल गांधी द्वारा बसपा प्रमुख पर बयानबाजी की है, उसी के जवाब में बसपा प्रमुख मायावती ने भी उनको करारा जवाब देते हुए कहा था कि उनकी पार्टी अन्य पार्टियों से अलग है जो अनायास किसी के गले नहीं पड़ती है जिस प्रकार राहुल गांधी संसद में प्रधानमंत्री मोदी के गले पड़ रहे थे, दिखावे के लिए।
   राहुल गांधी की टिप्पणी से बहुजन समाज के लोग भी नाराज चल रहे हैं जिसके जवाब में सूरज कुमार बौद्ध ने अपनी कविता की रचना कर डाली जिसने भाजपा और कांग्रेस दोनों को टारगेट किया गया है।
   इस कविता में यह बताने का प्रयास किया गया है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों आपस में दोस्त हैं।


 
चलो चले लपेटा जाए

आप भी पढ़िए पूरी कविता

तुम भी लुटेरे हो, 
हम भी लुटेरे हैं।
ऐसे ही बारी बारी खूब लूटा-घसूटा जाए।
 चलो गले लपेटा जाए..

हम गरम हिंदू बने रहें,
 तुम नरम हिंदू बने रहो।
 धर्म-धर्म के इस खेल में जनता को खूब समेटा जाए। 
चलो गले लपेटा जाए।

हम हिंदुस्थान को मानेंगे, 
तुम हिंदुस्तान को मानोगे। 
हिंदू-हिंदू की आड़ में भारत पर धाक समेटा जाए।
 चलो गले लपेटा जाए ।

हम गंगा तहजीब बचाएंगे, 
तुम जमुना तहजीब बचाओगे ।
इस गंगा-जमुनी तहजीब में सैन्धव संस्कृति चपेटा जाए। 
चलो गले लपेटा जाए।

हम शुद्र - अछूत करते रहें,
तुम दलित- हरिजन करते रहो । 
इस दलित-शूद्र की भगदड़ में बहुजन बनने से रोका जाए। 
चलो गले लपेटा जाए।

सूरज कुमार बौद्ध 
    (ट्वीटर पेज से)

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